हरियाली अमावस्या पर उमड़ा श्रद्धा का सैलाब
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हरियाली अमावस्या पर उमड़ा श्रद्धा का सैलाब
सांवला सेठ के जयकारों से गूंजा श्री सांवलियाजी मंदिर, हजारों ने किए दर्शन
चित्तौड़गढ़, 24 जुलाई : हरियाली अमावस्या के पावन अवसर पर श्री सांवलियाजी मंदिर, मंडफिया में आस्था का जनसैलाब उमड़ पड़ा। सुबह 4 बजे से ही मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं की लंबी कतारें लगनी शुरू हो गई थीं। हर माह की अमावस्या को यहां श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचते हैं, लेकिन हरियाली अमावस्या का विशेष धार्मिक महत्व होने के कारण इस बार भीड़ कई गुना अधिक रही।
मंगला आरती में उमड़ा जनसमूह, गूंजे जयकारे
सुबह 5:30 बजे मंगला आरती के साथ मंदिर के पट खुले। भक्तों ने “जय सांवलिया सेठ” के जयकारों के साथ दर्शन किए। आरती के बाद दर्शनार्थियों की संख्या लगातार बढ़ती रही। दोपहर तक मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं की आवाजाही बनी रही।
विशेष श्रृंगार और भव्य दर्शन ने बांधा मन
इस अवसर पर सांवलिया सेठ को सोने के वाघा पहनाकर विशेष श्रृंगार किया गया। श्रृंगार दर्शन ने भक्तों को मंत्रमुग्ध कर दिया। शाम को भी भगवान का नया श्रृंगार कर भव्य दर्शन कराए जाएंगे।
देशभर से पहुंचे श्रद्धालु, पदयात्रियों का उत्साह भी चरम पर
राजस्थान सहित मध्यप्रदेश, गुजरात और महाराष्ट्र से हजारों श्रद्धालु परिवार सहित पहुंचे। चिकारड़ा, भाटोली, बानसेन, घोड़ा खेड़ा आदि गांवों से पैदल यात्राएं निकलीं। मंडफिया से मंदिर तक की दूरी पर पदयात्रियों की भीड़ से वाहन गति धीमी हो गई।
श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए कस्बे में वाहनों की आवाजाही पर रोक लगाई गई। पार्किंग बाहर बनाई गई और पुलिस बल चप्पे-चप्पे पर तैनात रहा। कहीं कोई अव्यवस्था नहीं हुई।
प्राकट्य स्थल और धर्मशालाओं में भी आयोजन
सांवलियाजी चौराहे स्थित प्राकट्य स्थल पर भजन-कीर्तन और प्रसाद वितरण चलता रहा। देवकी सदन धर्मशाला में आयोजित ब्रह्मभोज में हजारों लोगों ने प्रसादी ग्रहण की। माखन-मिश्री पाने के लिए मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं की होड़ लगी रही।
हरियाली अमावस्या का धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व
मेवाड़ में हरियाली अमावस्या प्रकृति और आस्था का उत्सव है। लोग इस दिन वृक्षों, हरियाली और भगवान के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करते हैं। श्री सांवलियाजी के दर्शन इस दिन विशेष पुण्यदायी माने जाते हैं, जिसे श्रद्धालु जीवन का सौभाग्य मानते हैं।