लीक कॉल से भड़की जंग, अब तक 33 की मौत

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लीक कॉल से भड़की जंग, अब तक 33 की मौत
थाईलैंड-कंबोडिया सीमा विवाद

बैंकॉक। 28 जुलाई
28 मई को थाईलैंड और कंबोडिया की सीमा पर गोलीबारी में कंबोडियाई अधिकारी की मौत से तनाव शुरू हुआ। दोनों देशों ने एक-दूसरे पर पहले हमला करने का आरोप लगाया और बॉर्डर पर सैनिकों की संख्या बढ़ा दी। इस बीच, थाई प्रधानमंत्री पाइतोंग्तार्न शिनवात्रा ने 15 जून को कंबोडिया के पूर्व पीएम हुन सेन से फोन पर बात की। 17 मिनट की यह बातचीत लीक हो गई, जिससे थाई राजनीति में भूचाल आ गया।
लीक रिकॉर्डिंग में शिनवात्रा की सेना पर टिप्पणी के कारण विरोध भड़क उठा। लोगों के प्रदर्शन और सहयोगी दलों के समर्थन वापस लेने के बाद कोर्ट ने उन्हें 1 जुलाई को पद से हटा दिया।
इस सियासी हलचल के बीच 24 जून को सीमा पर मौजूद 900 साल पुराने शिव मंदिर ‘ता मुएन थॉम’ के पास दोनों देशों की सेनाएं भिड़ गईं। मंदिर पर दोनों देश दावा करते हैं। अब तक संघर्ष में 33 लोग मारे जा चुके हैं और 2 लाख से ज्यादा लोग पलायन कर चुके हैं।
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प ने दावा किया है कि उनकी मध्यस्थता से दोनों देश सीजफायर पर बातचीत को राज़ी हो गए हैं। सीमा विवाद का यह पुराना घाव एक बार फिर युद्ध की शक्ल ले चुका है।